अनुलोम विलोम, एक तरफ की नासिका से श्वास लेना दूसरी को बंद करके, फिर एक पल ठहर कर पहली नासिका को बंद कर बेहद धीमी गति से दूसरी नासिका से श्वास छोड़ना। फिर दूसरी से श्वास लेना, ठहरना और पहली से छोड़ देना। कम से कम दस बार करें।

ये इतना सरल है कि कोई बीमार व्यक्ति भी सोए हुए कर सकता है।कई बीमारियों में फायदेमंद है, जैसे तनाव, उच्च रकतचाप, गठिया, हृदय की बीमारियों में, साइनस। इसके कोई दुष प्रभाव नहीं है।

ये इतना सरल है कि कोई बीमार व्यक्ति भी सोए हुए कर सकता है।कई बीमारियों में फायदेमंद है, जैसे तनाव, उच्च रकतचाप, गठिया, हृदय की बीमारियों में, साइनस। इसके कोई दुष प्रभाव नहीं है।
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